380 IPC केस में गवाह के HOSTILE होने या संदेह के आधार पे बरी होने पे RAS यानि राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨à¤¿à¤• सेवा में नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिल सकेगी या नहीं .
और अगर इस दौरान आरोपी जो पहले से सरकारी नौकरी में है अगर इस केस में ससपेंड हà¥à¤† फिर संदेह का लाठमें बरी हो तो RAS में नियà¥à¤•à¥à¤¤ होगा कà¥à¤¯à¤¾ ..